वैकल्पिक चिकित्सा के लिए हैण्ड रिफ्लेक्सोलॉजी के लाभ
Hand Reflexology Massage Benefits for Alternate Therapy
रिफ्लेक्सोलॉजी का हिन्दी में तात्पर्य हाथों की सम्बेदंशीलाता है।यानी हथेलियों पर पाए जाने वाले बिन्दुओं को खोज कर किसी ख़ास अंगों की बीमारियों को ठीक करना। यह एक प्राचीन चिकित्सा का आधुनिक संस्करण है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि 2300 ईसा पूर्व भी, रिफ्लेक्सोलॉजी का अभ्यास किया गया था।
हैंड रिफ्लेक्सोलॉजी का उपयोग आंतरिक अंगों और प्रणालियों को प्रभावित करने-करने के लिए किया जाता है, जो शरीर में संतुलन को बढ़ावा देता है ।
चूँकि हाथ पर इसका प्रयोग बहुत ही आसानी से किसी भी स्थिति में किया जा सकता है और रिफ्लेक्सोलॉजी पॉइंट तक पहुँच आसान हो सकती है । अल्टरनेटिव थेरेपी का यह रूप आपके छोटे-मोटे बीमारियों और तकलीफों से तो बचाता ही है आपके अतिरिक्त ज्ञान को भी बढ़ाता है, यह अपने आपसे ही अकेले अभ्यास किया जा सकता है ।
पैर की रिफ्लेक्सोलॉजी की तरह, हाथ की रिफ्लेक्सोलॉजी एक अच्छा और सरल उपचार है। यह पैरों पर भी हथेलियों की तरह ही प्रभावी है, अक्सर हाथ अधिक आसानी से उपलब्ध होते हैं और पहुँच के भीतर होते हैं, इस कारण हाथों पर रिफ्लेक्सोलॉजी का ज़्यादा प्रयोग प्रचलित है।
हैण्ड रिफ्लेक्सोलॉजी हजारों वर्षों से प्रचलित है इसका उल्लेख प्राचीन ग्रंथों में मिलता है। प्राचीन चीनी लेखन ने भी उंगलियों और अंगूठे पर दबाव डालकर चिकित्सा का उल्लेख किया है, पूरे शरीर को स्वास्थ्य के लिए हाथों की रगड़ और दवाब के रूप में वर्णित किया गया।
1930 से "रिफ्लेक्सोलॉजी" ज़्यादा प्रचालन में आया, पहले पैरों पर होने वाले सम्बेदंशीलता का पता लगाया गया। पता लगाया गया की पैरों के तलवों पर अनेक बिंदु हैं जो शरीर के अलग-अलग अंगों से सम्बन्ध रखतें हैं। उसके बाद रिफ्लेक्सोलॉजी उपचार का अधिक व्यापक हो गया और अधिक लोकप्रिय हो गया।
स्टोरीज़ द फीट कैन नामक पुस्तक में हाथ की संवेदनशीलता पर भी पहली वार टिप्पणी की गयी, यह कहते हुए कि "सम्बेदंशीलाता हमारे हाथों में उसी अनुपात में, उसी स्थान पर और उसी तरह, मौजूद हैं।"
इंग्हम के अनुसार पैर के बनिस्पत हाथ की सम्बेदनशीलाता का पता लगाना वास्तव में अधिक कठिन हो सकता है-क्योंकि हम अपने हाथों से जितना कठोर कार्य करतें हैं उतना स्पॉट कम स्पष्ट हो सकता है। लेकिन टेंडर स्पॉट की कमी का मतलब यह नहीं है कि उपचार योग्य पॉइंट उपलब्ध ही नहीं होगा।
हथेलियों की सम्बेदंशीलाता पैर सम्बेदंशीलाता से भिन्न होती है। हथेलियों में आमतौर पर पैरों की तुलना में छोटे-छोटे पॉइंट होते हैं और समान मात्रा में लाभ प्राप्त करने के लिए बहुत विशिष्ट दबाव की आवश्यकता हो सकती है।
इसे आज़माएँ: हैंड रिफ्लेक्सोलॉजी को । मोटे तौर पर इसका प्रयोग जानकर इससे फायेदा लिया जा सकता है।
आइये समझतें हैं:-
Try This: Hand Reflexology
(1.) चिंता के लिए: For anxiety
छोटी ऊँगली के सामने कलाई पर रिफ्लेक्ट पॉइंट को रगारने से चिंता घटता है । इस साधारण-सा प्रयोग को आप आजमा सकतें हैं ।इसी कार्य को अपने दुसरे हांथों पर करें।
(2.) कब्ज के लिए: For Constipation
तर्जनी और अंगूठे के बीज के मांसपेशी को बार-बार अपने दुसरे हाँथ के दो उँगलियों के सहारे दवाएँ।यही कार्य दुसरे हांथों पर करे ।दोनों हाथों पर एक-एक मिनट तक करें। यह बड़ी आंत को मुलायम बनता है और पेट दर्द के साथ सर दर्द और सभी प्रकार के दर्द को कम करता है।
(3.) सर दर्द: For Headache
हथेली से तीन इंच ऊपर दो टेंडन के बीच यह बिंदु पाया जाता है।इसको एक मिनट तक बारी-बारी से दोनों हाथों पर करने से सर दर्द में आराम मिलाता है।
(4.) डायबिटीज के लिए:
अनामिका उंगली के ठीक 2 इंच नीचे इसका पॉइंट होता है जिसको दबाने से डायबिटीज कण्ट्रोल रहता है।
(5.) गर्दन, पीठ और कन्धा दर्द के लिए:
तर्जनी और मध्यमा के बीच 2 इंच नीचे दबाने से गर्दन, पीठ और कन्धा दर्द में आराम होता है।
क्या ये सुरक्षित है? : Is it safe?
अगर सावधानी के साथ किया जाए तो हैण्ड रिफ्लेक्सोलॉजी आम तौर पर सुरक्षित है ।
चेतावनी:-
गर्भवती महिलाओं को हैण्ड रिफ्लेक्सोलॉजी एक्यूप्रेशर से बचना चाहिए क्योंकि कुछ दबाव बिंदु संकुचन पैदा कर सकते हैं। यदि ज़रूरी लग रहा हो तो इसका प्रयोग केवल एक्सपर्ट के सलाह से किया जाना चाहिए। इसके अलाबा अगर किसी को मिर्गी, थाइरोइड, पेट ख़राब, चर्मरोग, जॉइंट पेन या सुजन हो तो रिफ्लेक्सोलॉजी एक्यूप्रेशर से बचाना चाहिए.
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